नगरफ़ोर्ट । तहसील मुख्यालय नगरफोर्ट को जिला मुख्यालय से जोड़ने वाली सड़कें जगह-जगह से क्षतिग्रस्त होकर डेंजर डेथ सड़क में बदल चुकी है
जिससे इस रोड पर गुजरने वाले आवागमन के साधनों एवं यात्रियों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है और आए दिन छोटी-मोटी दुर्घटनाएं होती रहती है।
तहसील मुख्यालय नगरफोर्ट को जिला मुख्यालय से जोड़ने वाले दो मार्ग है। एक मार्ग स्टेट हाईवे 34 नगरफोर्ट से सीधा बंजारी होते हुए वाया सोनवा होता हुआ टोंक जाता है वही दूसरा मार्ग नगरफोर्ट से वाया ककोड़ होते हुए जिला मुख्यालय से जोड़ता है।
दोनों ही रोड पर सार्वजनिक निर्माण विभाग टोंक व खंड उनियारा द्वारा कार्य प्रारंभ किए हुए 2 वर्ष से भी अधिक समय हो गया है
लेकिन ठेकेदारों की मनमानी व सार्वजनिक निर्माण विभाग की उदासीनता के चलते इन सड़कों के कार्य कछुआ गति से चल रहे हैं।
जिसका नतीजा यह है कि टुकड़ों में पहले जो सड़क बनाई जाती है वह जब तक टूटने की स्थिति में आती है तब फिर उसके आगे वाली सड़क का कार्य प्रारंभ किया जाता है जिसके चलते दोनों ही सड़क मार्ग अधूरे हैं।
जिसमें आगरा-बिलासपुर ग्राम पंचायत तिराहे से उदयपुरा-रातीरूढिया के बीच वाला राजमार्ग-34 सड़क पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त होकर डेंजर डेथ सड़क का रूप ले चुकी है जिसके चलते इस मार्ग पर गुजरने वाले आवागमन के साधन व यात्रियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
यह राजमार्ग कोटा से जयपुर की दूरी अन्य मार्गों की अपेक्षा लगभग 20 किलोमीटर कम करता है साथ ही दूरी व तेल की बचत को देखते हुए वाहन संचालक व यात्री इस मार्ग का अधिक उपयोग करते हैं
लेकिन सार्वजनिक निर्माण विभाग की बेरुखी व ठेकेदार की लापरवाही का नतीजा वाहन मालिकों व यात्रियों और जनता को भुगतना पड़ रहा है।